ट्रांसजेंडर क्या है

किन्नर के अलावा भी ऐसी कई कैटेगरी है जिसमें ऐसे लिंग के लोगों को शामिल किया गया है जो सामान्य इंसान से थोड़ा सा अलग होते हैं। इसलिए इस आर्टिकल में हमने “ट्रांसजेंडर क्या है” इसके बारे में आपको जानकारी देने के लिए काफी रिसर्च की और उसके पश्चात यह आर्टिकल आपके सामने प्रस्तुत किया। 

इस आर्टिकल में आपको “ट्रांसजेंडर क्या है” इसके बारे में जानने को मिलेगा साथ ही ट्रांसजेंडर से मिलते जुलते शब्दो के बारे में भी आपको जानने को मिलेगा।

ट्रांसजेंडर क्या है

ट्रांसजेंडर एक ऐसा कॉम्प्लिकेटेड शब्द है जिसका मतलब काफी कुछ हो सकता है। एक ट्रांस महिला वह होती है जो नर के तौर पर जन्म लेता है परंतु महिला के तौर पर पहचाना जाता है, उसे महिला ट्रांसजेंडर कहते हैं। वही ट्रांस पुरुष उसे कहते हैं जो महिला के तौर पर पैदा होता है परंतु मादा के तौर पर जाना जाता है उसे भी ट्रांसजेंडर ही कहा जाता है।

इसीलिए ऐसे व्यक्ति जो पूरी तरह से ना तो पुरुष है और ना ही पूरी तरह से महिला है उन्हें ट्रांसजेंडर के तौर पर यानी कि तीसरे लिंग के तौर पर मान्यता प्रदान की गई है। 

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस प्रकार समलैंगिकों को कोई लैंगिक अनुरूपता नहीं हासिल हुई है, उसी प्रकार ट्रांसजेंडर को भी कोई भी लैंगिक अनुरूपता प्राप्त नहीं हुई है।

जो भी ट्रांसजेंडर व्यक्ति होते हैं वह किसी भी महिला की तरब भी अट्रैक्ट हो सकते हैं साथ ही किसी भी पुरुष की तरफ भी अट्रैक्ट हो सकते हैं। यह भी कहा जा सकता है कि ट्रांसजेंडर किसी भी प्रकार का स्टाइल नहीं है। 

अगर कोई पुरुष व्यक्ति को लड़कियों के जैसे कपड़े पहनना अच्छा लगता है तो इसका मतलब यह कतई नहीं है कि वह हिजड़ा है या फिर ट्रांसजेंडर है। ऐसे कई लोग हैं जो अपने से विपरीत लिंग के कपड़े पहनते हैं परंतु वह उस लिंग से नहीं जाने अथवा पहचाने जाते हैं।

थर्ड जेंडर क्या है?

अधिकतर जो भी महिला या फिर पुरुष ट्रांसजेंडर होते हैं, उन्हें लोग ट्रांसजेंडर की जगह पर थर्ड जेंडर का मानते हैं। आपको बता दें कि हिंदू धर्म के अलावा बुध और जैन धर्म के कई ग्रंथों में यहां तक की कामसूत्र के अंदर भी ट्रांसजेंडर का उल्लेख किया गया है और हमारा भारत देश ऐसा देश है जिसने साल 2014 के कोर्ट के फैसले में थर्ड जेंडर के तौर पर ट्रांसजेंडर को मान्यता दी हुई है। 

इस प्रकार से मान्यता प्राप्त होने के पश्चात हिजड़े और ट्रांसजेंडर लोग गवर्नमेंट दस्तावेज और पासपोर्ट पर मेल-फीमेल की जगह पर थर्ड जेंडर का सिलेक्शन कर सकते हैं।

हिजड़ा क्या है?

ऐसे व्यक्ति जो पैदा तो पुरुष के तौर पर होते हैं परंतु उनकी गिनती महिला या फिर ट्रांसजेंडर के तौर पर होती है उन्हें हिजड़ा कहा जाता है और यह आज से ही नहीं बल्कि देवी-देवताओं के समय से मौजूद हैं। 

हालांकि हमारे भारत देश में सभी ट्रांसजेंडर लोगों को हिजड़े के तौर पर नहीं पहचाना जाता है। कई लोग ऐसा मानते हैं कि जो ट्रांसजेंडर लोग होते हैं वही हिजड़ा होते हैं, जबकि इन दोनों की पहचान में थोड़ा बहुत अंतर अवश्य होता है।

हिजड़े अधिकतर अपने समुदाय के साथ अथवा झुंड में रहना पसंद करते हैं और यह बिल्कुल लड़कियों की तरह ही कपड़े पहनते हैं। हमारे भारतीय समाज में ऐसे कई लोग हैं जो हिजड़ों के साथ भेदभाव करते हैं, वही ऐसे लोगों की संख्या भी कम नहीं है जो हिजड़ों को पवित्र समझते हैं और उन्हें यथाशक्ति दान दक्षिणा भी देते हैं। 

भारतीय समाज में एक मान्यता यह भी है कि कभी भी हिजड़ों की बद्दुआ नहीं लेनी चाहिए क्योंकि इनकी बद्दुआ का बहुत ही खराब असर होता है। इसलिए हर व्यक्ति इनसे बचने का ही प्रयास करता है।

ट्रांससेक्शु??अल क्या है?

यह भी ट्रांसजेंडर ही होते हैं जो हमेशा हमेशा के लिए अपने लिंग को कन्वर्ट करवा लेते हैं। इसके लिए सर्जरी अथवा हार्मोन ट्रीटमेंट का सहारा लिया जाता है और उसे उस लिंग के साथ मिलाया जाता है जिस रूप में वह पैदा होता है। 

हालांकि हम आपको बता दें कि इस प्रकार से अपने लिं??ग को कन्वर्ट कराने की प्रोसेस में काफी समय लग जाता है। कई बार यह समय 1 साल से लेकर के 2 साल का अथवा 3 साल का भी होता है।

किन्नर क्या है?

किन्नर को अंग्रेजी भाषा में शीमेल कहा जाता है। यह ऐसे लोग होते हैं जो जन्म लेने के बाद लिंग के आधार पर पुरुष घोषित किए जाते हैं परंतु यह लोग अपने आप को महिला महसूस करते हैं और ऐसी सिचुएशन में लिंग होने के बावजूद वह अपने बॉडी पार्ट की सर्जरी करवाते हैं। इसके अंतर्गत वह स्तनों की सर्जरी करवा करके अपनी बॉडी से जोड़ते हैं।

ट्रांसजेंडर और सामान्य व्यक्ति में अंतर

सामान्य व्यक्ति जिस लिंग का होगा वह उसी लिंग के अनुसार बर्ताव करेगा। जैसे कि अगर कोई व्यक्ति सामान्य लिंग का है और वह पुरुष है तो वह पुरुषों के जैसे कपड़े पहनेगा, साथ ही पुरुषों के जैसे छोटे बाल रखेगा। 

इसके अलावा उसका चाल चलन पुरुषों के जैसा ही होगा। वही अगर कोई व्यक्ति सामान्य लिंग का है और वह महिला है तो वह महिलाओं की तरह ही श्रृंगार करेगी और महिलाओं की तरह ही सूट सलवार या फिर साड़ी पहनेगी। इसके अलावा लंबे बाल रखेगी।

परंतु जो व्यक्ति ट्रांसजेंडर होगा वह अपने ही समान लिंग वाले व्यक्ति की तरफ आकर्षित होगा। यानी कि अगर कोई लड़का ट्रांसजेंडर है तो वह लड़के की तरफ ही आकर्षित होगा और अगर कोई लड़की ट्रांसजेंडर है तो वह लड़की की तरफ ही आकर्षित होगी। जबकि सृष्टि के लिए भगवान ने लड़की के लिए लड़का और लड़का के लिए लड़की बनाई हुई है।
 
किन्नर और ट्रांसजेंडर में अंतर

ट्रांसजेंडर यानी कि पारलैंगिक ऐसे आदमी या फिर महिला को कहा जाता है जिसकी पहचान जन्म के समय प्राप्त हुए लिंग से नहीं होती है बल्कि दूसरे लिग के तौर पर होती है या फिर ऐसे व्यक्ति को भी ट्रांसजेंडर कहां जाता है जिसने लिंग परिवर्तन करवाया होता है। वही किन्नर ना तो पुल्लिंग होते हैं ना ही स्त्रीलिंग होते हैं बल्कि यह थर्ड जेंडर होते हैं।

भारत की पहली ट्रांसजेंडर वकील

हमारे भारत देश की पहली ट्रांसजेंडर वकील का नाम सत्य श्री शर्मिला है। इनके द्वारा कानून की पढ़ाई इसीलिए की गई थी ताकि वह अन्याय के खिलाफ लड़ाई लड़ सके। सत्य श्री शर्मिला तमिलनाडु राज्य की है जहां पर पढ़े लिखे लोगों की संख्या काफी ज्यादा है। हालांकि इसके बावजूद भी उन्हें काफी आलोचना का सामना करना पड़ता है।

ट्रांसजेंडर को कैसे पहचाने?

आप नीचे दिए गए तरीके, उपाय अथवा जानकारियों के अनुसार ट्रांसजेंटर की पहचान कर सकते हैं।

1: पेशाब करने का तरीका

अगर आपको लगता है कि कोई बच्चा ट्रांसजेंडर है या फिर कोई व्यक्ति ट्रांसजेंडर है तो आपको उस व्यक्ति पर नजर रखनी है। 

अगर कोई लड़का ट्रांसजेंडर होगा तो वह लड़कियों के टॉयलेट में जाना ज्यादा पसंद करेगा और अगर कोई लड़की ट्रांसजेंडर होगी तो वह लड़कों के टॉयलेट में जाना ज्यादा पसंद करेगी। इस प्रकार से यह संकेत आपको बताते हैं कि बच्चा वास्तव में ट्रांसजेंडर है अथवा नहीं।

2: समान जेंडर में दिलचस्‍पी न होना

अगर कोई व्यक्ति ट्रांसजेंडर होगा तो उसे अपने ही लिंग वाले व्यक्ति में ज्यादा इंटरेस्ट रहेगा और अपने से विपरीत लिंग वाले व्यक्ति में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं रहेगा। 

मान लीजिए अगर कोई लड़की है और उसके अंदर ट्रांसजेंडर के गुण हैं तो वह लड़कियों की तरफ ही आकर्षित होगी जबकि सामान्य तौर पर लड़कियां लड़कों की तरफ आकर्षित होती हैं। वही कोई लड़का अगर ट्रांसजेंडर के गुणों वाला है तो वह लड़कों की तरफ आकर्षित होगा जबकि सामान्य तौर पर लड़के लड़कियों की तरफ आकर्षित होते हैं।

3: बातचीत करने के तरीक पर दें ध्यान 

आप किसी व्यक्ति के बातचीत करने के तरीके से भी यह जान सकते हैं कि सामने वाला ट्रांसजेंडर है अथवा नहीं। अगर कोई आदमी ट्रांसजेंडर के गुणों वाला होगा तो वह अधिकतर यही कहेगा कि काश वह लड़की होता, वही अगर कोई लड़की ट्रांसजेंडर के गुणों वाली होगी तो वह हमेशा यही कहती कि काश वह लड़का होती।

4: क्रोसड्रेसिंग करना

जो ट्रांसजेंडर होते हैं वह लड़कियों के कपड़े पहनने में ज्यादा इंटरेस्ट लेते हैं और अधिकतर वह ऐसी चीजें या तो अकेले में करते हैं या फिर ऐसी जगह पर करते हैं जहां पर उन्हें कोई दूसरा व्यक्ति ना देख सके। 

ऐसे लोग छुप-छुपकर लड़कियों के कपड़े पहनने के अलावा लड़कियों वाली अन्य चीजों को भी ट्राई करते हैं। जैसे कि सूट सलवार पहनना, लड़कियों के जैसे बालों को स्टाइल करना, लड़कियों के जैसे हाथों में चूड़ी पहनना या फिर श्रृंगार करना इत्यादि।

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