ठाकुर राजा भैया की जीवनी| राजा भैया का घर कहां है|Raja Bhaiya Bio in Hindi Updated 2022

अक्सर समाचार चैनल पर और सोशल मीडिया पर प्रतापगढ़ के कुंडा विधानसभा सीट से कद्दावर नेता राजा भैया की चर्चा होती रहती है जिनका असली नाम रघुराज प्रताप सिंह है। कोई इन्हें दबंग कहता है तो कोई इन्हें अत्याचारी कहता है। हालांकि जमीनी सच्चाई कुछ और ही होती है।

अगर आप भी राजा भैया के बारे में जानने में इंटरेस्ट रखते हैं तो इस आर्टिकल में हम आपको राजा भैया की जीवनी अथवा राजा भैया बायोग्राफी इन हिंदी के बारे में जानकारी दे रहे हैं साथ ही हम आपको यह भी बता रहे हैं कि राजा भैया कौन है और राजा भैया का घर कहां है।

राजा भैया का व्यक्तिगत जीवन Personal life of Raja Bhaiya

• वास्तविक नाम:रघुराज प्रताप सिंह

• उपनाम:राजा भैया

• व्यवसाय:राजनीतिज्ञ

• लम्बाई:फीट इन्च- 6’

• आँखों का रंग:काला

• बालों का रंग:काला

• राजनीतिक पार्टी:जनसत्ता दल

• जन्मतिथि:31 अक्टूबर 1968

• आयु:(वर्ष 2022 के अनुसार)54 वर्ष

• जन्मस्थान:कुंडा, प्रतापगढ़,भारत

• राशि:वृश्चिक

• राष्ट्रीयता:भारतीय

• गृहनगर:कुंडा, प्रतापगढ़,भारत

स्कूल/विद्यालय:महाप्रभु बाल विद्यालय नारायणी अस्राम शिवकुटी, इलाहाबाद,भारत स्काउट एचएस स्कूल

• महाविद्यालय/विश्वविद्यालय:कर्नल गंज इंटर कॉलेज,इलाहाबाद

• शैक्षिक योग्यता:स्नातक

• पिता:राजा उदय प्रताप सिंह

• माता:मंजूल राजे 

• भाई:कोई नहीं 

• बहन:कोई नहीं

• धर्म:हिन्दू

• जाति:ठाकुर, राजपूत,क्षत्रिय

• शौक:घुड़सवारी करना,तीरंदाजी करना,जानवर पालना,रॉयल एनफील्ड बाइक की सवारी करना

• वैवाहिक स्थिति:विवाहित

• गर्लफ्रेंड एवं अन्य मामले:ज्ञात नहीं

• पत्नी:भान्वी कुमारी 

• बेटे:शिवराज सिंह, बृजराज सिंह

• बेटी:बृजेश्वरी, राधावी

राजा भैया का प्रारंभिक जीवन Early life of Raja bhaiya of Kunda

साल 1968 में 31 अक्टूबर के दिन भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य के प्रतापगढ़ जिले में आने वाली भदरी रियासत में पिता श्री उदय प्रताप सिंह और माता श्रीमती मंजुला राजे के यहां राजा भैया उर्फ Raghuraj Pratap Singh का जन्म हुआ। 

राजा भैया जिस खानदान में पैदा हुए थे वह काफी संपन्न खानदान था और यह राजपूत समुदाय से ताल्लुक रखते हैं जिसे उत्तर प्रदेश में ठाकुर अथवा क्षत्रिय समुदाय भी कहा जाता है। राजा भैया के बारे में कहा जाता है कि यह काफी कम उम्र में ही विधायक बन गए थे और लगातार यह उत्तर प्रदेश की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक चुने जा रहे हैं। 

काफी लोग यह जानना चाहते हैं कि राजा भैया कौन सा ठाकुर है तो बता दे कि राजा भैया बिशेन ठाकुर है। इनके दादा राजा बजरंग बहादुर सिंह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल भी रह चुके हैं।

इसके अलावा इनके पिता उदय प्रताप सिंह विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी भी रह चुके हैं। इसके अलावा इनकी माताजी मंजुला राजे भी एक बड़े खानदान से संबंध रखती है। राजा भैया अपने खानदान के पहले ऐसे व्यक्ति थे जिन्होंने पहली बार पॉलिटिक्स में एंट्री की।

राजा भैया की शिक्षा Raja bhaiya education details

राजा भैया अर्थात रघुराज प्रताप सिंह ने अपनी प्राथमिक शिक्षा इलाहाबाद में मौजूद महाप्रभु बाल विद्यालय से पूरी की इसके अलावा इन्होंने अपनी 10वीं की एग्जाम साल 1985 में भारत स्काउट एंड गाइड हाई स्कूल से पूर्व की और साल 1987 में प्रयागराज के एक इंटरमीडिएट स्कूल से इन्होंने 12वीं क्लास की एग्जाम को भी पास किया।

राजा भैया का परिवार Raja Bhaiya family members

• दादा:बजरंग बहादुर सिंह

• पिता:राजा उदय प्रताप सिंह

• माता:मंजूल राजे 

• भाई:कोई नहीं 

• बहन:कोई नहीं

• पत्नी:भांवी देवी

• बेटा:शिवराज प्रताप सिंह और बृजराज प्रताप सिंह

• बेटी:राधवी सिंह और बृजेश्वरी सिंह

राजा भैया का विवाह Who is Raja Bhaiya wife,Raja Bhaiya daughter,Raja Bhaiya Son

राजा भैया की शादी उत्तर प्रदेश की बस्ती रियासत की राजकुमारी भांवी देवी से हुआ है। विवाह के पश्चात इन्हें दो लड़के पैदा हुए तथा दो लड़कियां पैदा हुई। इनके दोनों लड़कों का नाम शिवराज प्रताप सिंह और बृजराज प्रताप सिंह है।

इसके अलावा इनकी दोनों लड़कियों का नाम राधवी सिंह और बृजेश्वरी सिंह है। राजा भैया के बारे में एक बात यह भी प्रसिद्ध है कि यह साइकिल से लेकर के हवाई जहाज उड़ाने में एक्सपर्ट है।

राजा भैया का राजनीतिक कैरियर Raja bhaiya political Career

• राजा भैया ने 26 साल की उम्र में साल 1993 में विधान सभा का इलेक्शन लड़ा और जनता ने इन्हें इलेक्शन में विजय बनाया। इस प्रकार से यह निर्दलीय विधायक के तौर पर विजेता घोषित हुए।

• कल्याण सिंह की अगुवाई में उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट में साल 1993 में राजा भैया को कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया।

• साल 1997 से लेकर के साल 1999 तक राजा भैया के द्वारा कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्री पद संभाला गया।

• राजा भैया को साल 1999 से लेकर के साल 2000 तक स्पोर्ट्स और युवा मामले का मिनिस्टर बनने का मौका मिला।

• साल 2004 से लेकर के साल 2007 तक और साल 2012 से लेकर के साल 2017 तक राजा भैया ने यूपी गवर्नमेंट में खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग को संभाला।

• साल 2012 में जेल से रिहा होने के पश्चात अखिलेश यादव की गवर्नमेंट में इन्हें जेल मंत्री का पद दिया गया राजा।

• भैया साल 1993 से लेकर के लगातार निर्दलीय तौर पर उत्तर प्रदेश की प्रतापगढ़ जिले के अंतर्गत आने वाली कुंडा विधानसभा सीट से विधायक के तौर पर जीत दर्ज करते आ रहे हैं। उत्तर प्रदेश में लगातार जीत दर्ज करने वाले विधायकों की लिस्ट में राजा भैया का नाम आता है।

राजनीति में आने से पहले राजा भैया Raja bhaiya before entry in politics

राजनीति में कुंडा विधानसभा से आने के पहले वहां पर कांग्रेस पार्टी के नियाज हसन का डंका बजता था जो कि अपराधी किस्म का व्यक्ति था।‌ हालांकि राजा भैया के जीतने के पश्चात कभी भी नियाज हसन कुंडा में अपने पैर नही जमा सका।

नियाज हसन के द्वारा भी साल 1962 से लेकर के साल 1989 तक लगातार कुंडा विधानसभा सीट से 5 बार विजय दर्ज की गई। साल 1993 और साल 1996 के विधानसभा इलेक्शन में राजा भैया भाजपा के द्वारा समर्थित तो साल 2002 और साल 2007 तथा साल 2012 के इलेक्शन में समाजवादी पार्टी के द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर विधायक चुने गए।

राजा भैया और डीएसपी जिया उल हक हत्याकांड Raghuraj pratap Singh and dsp ziaul haq murder case

साल 2012 में 15 मार्च के दिन राजा भैया को उत्तर प्रदेश गवर्नमेंट के कैबिनेट में कारागार और खाद एवं रसद डिपार्टमेंट मंत्रालय प्राप्त हुआ। हालांकि अगले साल 2 मार्च, साल 2013 में कुंडा में डीएसपी जिया उल हक की अज्ञात भीड़ के द्वारा हत्या की गई। 

इस हत्या में राजा भैया सहित इनके कई लोगों का नाम सामने आया और इस प्रकार काफी दबाव के पश्चात साल 2013 में 4 मार्च के दिन राजा भैया को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।

हालांकि बाद में सीबीआई की जांच की गई जिसमें राजा भैया निर्दोष साबित हुए और इन्हें क्लोजर रिपोर्ट में क्लीन चिट प्राप्त हो गई। इसके पश्चात राजा भैया को पूरे सम्मान के साथ साल 2013 मे 11 अक्टूबर के दिन यूपी गवर्नमेंट में कैबिनेट मंत्री बनाया गया और इन्हें खाद रसद एवं आपूर्ति डिपार्टमेंट दिया गया।

राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल Raja bhaiya Party Jansatta Dal

साल 2021 में राजा भैया ने अपने सहयोगी अक्षय प्रताप सिंह उर्फ गोपाल भैया के साथ मिलकर एक नई पार्टी का गठन किया, जिसका नाम जनसत्ता दल रखा गया। जनसत्ता दल पार्टी का चुनाव निशान आरी है। 

जनसत्ता दल के द्वारा साल 2022 में उत्तर प्रदेश की कौशांबी, गौरीगंज जैसी विधानसभा सीटों से अपने उम्मीदवार उतारे गए थे। हालांकि दोनों ही जगह इनके उम्मीदवार हार गए परंतु फिर भी रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी ने लोगों के बीच अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज करवाई।

रघुराज प्रताप सिंह की पार्टी के चुनाव चिन्ह पर‌ लड़े हुए लोगों को काफी अच्छे वोट प्राप्त हुए। हालांकि वह जीतने में असफल रहे। वर्तमान के समय में राजा भैया की पार्टी के पास उत्तर प्रदेश विधानसभा में 2 सीट मौजूद है। राजा भैया जी के द्वारा हर साल 108 गरीब बहन बेटियों का विवाह सामूहिक विवाह कार्यक्रम के तहत करवाया जाता है।

राजा भैया का विवाद Raja Bhaiya Controversy

• भारतीय जनता पार्टी के विधायक पूरन सिंह बुंदेला के द्वारा साल 2002 में राजा भैया के खिलाफ अपहरण और धमकी देने की एफ आई आर दर्ज करवाई थी जिसकी वजह से राजा भैया को गिरफ्तार किया गया था और इसके पश्चात राजा भैया को पिता उदय प्रताप सिंह और चचेरे भाई अक्षय प्रताप सिंह के साथ आतंकवाद अधिनियम के तहत जेल भेज दिया गया था।

• साल 2003 में समाजवादी सरकार बनने के पश्चात मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के द्वारा सिर्फ आधे घंटे में ही राजा भैया के खिलाफ सभी पोटा और आरोपों को हटा दिया गया था परंतु सुप्रीम कोर्ट के द्वारा स्टेट गवर्नमेंट को पोटा आरोपो को खारिज करने से मना कर दिया गया था। इसके बावजूद भी राजा भैया उत्तर प्रदेश में एक शक्तिशाली व्यक्ति बन गए। 

• राजा भैया के द्वारा पुलिस अधिकारी आर एस पांडे के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए थे। आर एस पांडे वही व्यक्ति हैं जिन्होंने राजा भैया के घर पर छापा मारने वाली टीम की अगुवाई की थी। हालांकि बाद में आर एस पांडे की मौत एक रोड एक्सीडेंट में हो गई।

• साल 2013 में 3 मार्च के दिन उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक गांव में डीएसपी जिया उल हक की हत्या गांव के लोगों के द्वारा कर दी गई जिसमें राजा भैया का नाम आया। डीएसपी की पत्नी ने राजा भैया पर आरोप लगाया कि राजा भैया ने ही उनके पति की हत्या करवाई है जिसकी वजह से कुंडा नगर पंचायत के अध्यक्ष गुलशन यादव, राजा भैया के प्रतिनिधि हरिओम श्रीवास्तव और राजा भैया के चालक गुड्डू सिंह को प्रमुख आरोपी बनाया गया और इसी वजह से राजा भैया को मंत्री पद से इस्तीफा भी देना पड़ा परंतु बाद में साल 2013 में सीबीआई के द्वारा राजा भैया को क्लीन चिट दी गई।

राजा भैया की पसंदीदा चीजें Favoirate Things of Raja Bhaiya

• पसंदीदा कार:एक्सयूवी,पजेरो,लैंड क्रूजर

• पसंदीदा पुस्तक:रश्मिथी (राम धार सिंह दिनकर)

• पसंदीदा फिल्में:The Magnificent Seven, अमर प्रेम, Ben-Hur, Saving Private Ryan

• पसंदीदा टीवी शो:केबीसी, नेट जियो,हिस्ट्री चैनल,न्यूज़

• पसंदीदा उद्धरण:जेहि विधि नाथ होहि हित मोरा | करहू सो बेगि दास मैं तोरा ||

जब राजा भैया को गिरफ्तार करने वाले डीएम की होने वाली थी हत्या Raghuraj Pratap Singh and dm mustafa case

मायावती गवर्नमेंट के दरमियान राजा भैया पर काफी कठोर धाराएं लगाकर उन्हें पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया, जिसकी अगुवाई उस समय प्रतापगढ़ के डीएम मुस्तफा के द्वारा की गई थी, जो कि मजहब से मुसलमान थे।

हालांकि जब मायावती की सरकार गई और समाजवादी पार्टी की सरकार उत्तर प्रदेश में बनी तो एक दिन डीएम मुस्तफा अपनी सरकारी गाड़ी से लखनऊ जा रहे थे और तभी रायबरेली से थोड़ा आगे मोहनलालगंज के आसपास उनके पीछे काफी गाड़ियां लग गई थी।

मुस्तफा को यह समझ में आ गया कि यह राजा के ही आदमी है जो उन्हें मारने के लिए आए हैं, तभी राजा ने अपने आदमियों को फोन किया और कहा कि डीएम मुस्तफा का खून ना किया जाए।

कहा जाता है कि यह आदेश उन्हें सरकार में बैठे हुए किसी व्यक्ति के द्वारा दिया गया था। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है इसके बारे में कुछ भी कहा नहीं जा सकता है। प्रतापगढ़ के लोगों के मुंह से ही यह बातें सुनने को मिलती है।

जब राजा भैया ने कहा कोई कुंडा में कुंडी नहीं लगा सकता Raja Bhaiya warning to Akhilesh Yadav in Kunda

साल 2022 के इलेक्शन प्रचार के दरमियान प्रतापगढ़ में समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार गुलशन यादव की जीत के लिए अखिलेश यादव के द्वारा रैली की गई थी। रैली में अखिलेश यादव ने कहा कि अब कुंडा में कुंडी लगाने का समय आ गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए राजा भैया ने कहा कि हमने हाथों में चूड़ियां नहीं पहनी हुई है। धरती पर कोई माई का लाल पैदा नहीं हुआ है जो कुंडा में कुंडी लगा सके।

राजा भैया और प्रमोद तिवारी है अच्छे दोस्त Raja Bhaiya and Pramod Tiwari

जिस प्रकार से कुंडा विधानसभा से राजा लगातार जीत दर्ज करते आ रहे हैं उसी प्रकार से प्रतापगढ़ जिले के ही एक अन्य विधानसभा सीट रामपुर खास से भी लगातार प्रमोद तिवारी जीत दर्ज करते आ रहे हैं। प्रमोद तिवारी कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं।

पहले प्रमोद तिवारी राजा भैया के दुश्मन हुआ करते थे परंतु राजनीतिक फायदे के लिए दोनों ने एक दूसरे से हाथ मिला लिया और अब यह एक दूसरे के वोट को एक दूसरे की विधानसभा में ट्रांसफर करते हैं।

कहा तो ऐसा भी जाता है कि एक बार राजा भैया ने तिवारी को भी खत्म करवाने का मन बना लिया था परंतु कुछ लोगों ने कहा कि प्रमोद तिवारी ब्राह्मण समुदाय से हैं, उन्हें खत्म करने पर आपको ब्रहम हत्या का पाप लग सकता है। इसलिए राजा ने सारी बातों को त्याग दिया।हालांकि यह भी कहीं सुनी बातें हैं। इसमें कितनी सच्चाई है इसके बारे में नहीं कह सकते।

राजा भैया के पिता हर साल बढ़ाते हैं प्रशासन की टेंशन Raja bhaiya Father and Bhandara

प्रतापगढ़ में एक बंदर की मृत्यु किसी स्थान पर हो गई थी, जहां पर राजा भैया के पिताजी उदय प्रताप सिंह के द्वारा बंदर का अंतिम संस्कार किया गया और हर साल उसी बंदर की याद में वहां पर भव्य रामायण का पाठ होता है और उसके पश्चात भंडारा होता है।

संयोग यह होता है कि जिस दिन भंडारा होता है उसी दिन मोहर्रम भी होता है। ऐसे में मोहर्रम का जुलूस उस इलाके से होकर गुजरता है जिसकी वजह से हर साल पुलिस प्रशासन को राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह को हाउस अरेस्ट करना पड़ता है। कई बार तो इस बात को लेकर के हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच झगड़ा कहासुनी भी हो गई है।

राजा भैया के खिलाफ दर्ज मामले Cases Registered on Raja Bhaiya

साल 2017 में विधानसभा इलेक्शन में इलेक्शन कमिशन के पास दर्ज अपने हलफनामे में खुद राजा भैया ने बताया कि उनके ऊपर 395, 397, 307, 364, 323, 325, 504, 506, 427, 34 जैसी धाराओं में मामले दर्ज है। इन धाराओं में अपहरण,हत्या की कोशिश, डकैती जैसे अपराध की धाराएं भी है।

राजा भैया की कुल संपत्ति Raja Bhaiya networth

एक सांसद के तौर पर राजा भैया को हर महीने ₹158000 की सैलरी प्राप्त होती है। यह साल 2014 का आंकड़ा है। साल 2014 के आंकड़े के अनुसार राजा भैया के पास टोटल 14 करोड़ की संपत्ति है। वर्तमान में साल 2022 चल रहा है। इस प्रकार से इनकी संपत्ति में निश्चित ही बढ़ोतरी हुई है।

एक अंदाज के अनुसार राजा भैया की सभी चल अचल संपत्ति मिला करके इनके पास 1 अरब से भी अधिक की संपत्ति है, क्योंकि रघुराज प्रताप सिंह के पास काफी जमीने मौजूद है

‌क्योंकि इनका खानदान पुराना जमींदार है। इसके अलावा इनके पास कई तालाब भी मौजूद है, साथ ही इनके द्वारा अलग-अलग बिजनेस किए जाते हैं। इनकी हवेली की कीमत ही 12 करोड़ से अधिक है।

राजा भैया के बारे में रोचक बातें Facts about Raja Bhaiya Urf raghuraj pratap Singh

• राजा भैया का जन्म उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में भदरी रियासत में हुआ था।

• राजा भैया हिंदू धर्म को मानते हैं और यह जाति से राजपूत है जिसे उत्तर प्रदेश में ठाकुर अथवा छत्रिय समुदाय भी कहा जाता है।

• राजा भैया की भदरी हवेली में हनुमान जी की सुंदर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई है, जहां पर हर मंगलवार और शनिवार राजा भैया के द्वारा पूजा अर्चना की जाती है।

• अपने पिता उदय प्रताप सिंह से राजा भैया को बचपन में काफी डर लगता था।

• पॉलिटिक्स में आने वाले राजा भैया अपने खानदान के पहले व्यक्ति हैं।

• राजा भैया कुंडा विधानसभा सीट से लगातार चुनाव जीत रहे हैं।

• इन्होंने अपनी खुद की पार्टी बना ली है जिसका नाम जनसत्ता दल रखा गया है।

• राजा भैया के चचेरे भाई का नाम गोपाल प्रताप सिंह है जोकि बघेल ठाकुर है और उत्तर प्रदेश राज्य के अमेठी जिले के अंतर्गत आने वाली जामो रियासत के राजा भी है और वर्तमान में प्रतापगढ़ से मेंबर ऑफ लेजिसलेटिव असेंबली है।

• राजा भैया को विमान उड़ाना अच्छा लगता है। हालांकि एक बार विमान उड़ाने के दरमियान हुई घटना में वह बाल-बाल बच गए थे।

• बाबरी मस्जिद विध्वंस के दरमियान मुलायम सिंह यादव के द्वारा राजा भैया को दंगों में शामिल होने के लिए अपमानित किया गया था।

FAQ: 

Q: राजा भैया की उम्र कितनी है?

ANS: 54 वर्ष

Q: राजा भैया के पिताजी का क्या नाम है?

ANS: उदय प्रताप सिंह

Q: राजा भैया का जन्म कब हुआ था?

ANS: 31 अक्टूबर 1968

Q: राजा भैया कहाँ का रहने वाला है?

ANS: जिला प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश

Q: राजा भैया कहां के रहने वाले हैं?

ANS: जिला प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश

Q: राजा भैया के कितने बच्चे हैं?

ANS: 4

Q: Raja Bhaiya ka ghar कहां है?

ANS: जिला प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश

Q: राजा भैया की पत्नी कौन है?

ANS: भानवी सिंह

Q: राजा भैया गोत्र क्या है?

ANS: अज्ञात

Q: राजा भैया का तालाब दिखाओ?

ANS: आप इंटरनेट से देख सकते हैं।

Q: राजा भैया की संपत्ति कितनी है?

ANS: 1 अरब से अधिक

Q: राजा भैया की बेटी कितनी है?

ANS: 2

Q: राजा भैया का हेलीकॉप्टर कितने रुपए का है?

ANS: 4 करोड़ से अधिक

Q: राजा भैया का तालाब कितने एकड़ में है?

ANS: 14 एकड़ से ज्यादा

Q: राजा भैया का मोबाइल नंबर क्या है?

ANS: अज्ञात

Q: राजा भैया का परिवार कहां रहता है?

ANS: प्रतापगढ़, यूपी

Q: राजा भैया के पिता का नाम?

ANS: उदय प्रताप सिह

Q: राजा भैया कौन सा ठाकुर है?

ANS: बिशेन

Q: राजा भैया का व्हाट्सएप नंबर?

ANS: अज्ञात

Q: राजा भैया की जन्म कुंडली?

ANS: अज्ञात

Q: रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया का मोबाइल नंबर

ANS: अज्ञात





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